लाज रख उचे पर्वत वाली

लाज रख ऊँचे पर्वत वाली – राजू बावरा – New Mata Bhajan Navratri Special

लाज रख उचे पर्वत वाली
उचे पर्वत वाली मैया विकत पहाड़न वाली,
लाज रख उचे पर्वत वाली

हरियल पीपल द्वार तिहारे मिया,
गेह रही अजब बहारी,
लाज रख उचे पर्वत वाली,

सोने को छत्र शीश पे सोहे मैया
कर में देर उधारी,
लाज रख उचे पर्वत वाली

धुप दीप ने वेद चडावे मैया ले कंचन की थाली
लाज रख उचे पर्वत वाली

बामन भेरो तेरे छप्पन कलुया,
लांगुर आगेया कारी
लाज रख उचे पर्वत वाली

चरनन तेरे शीश निभाये मैया,
बंशी धकम चारी,
लाज रख उचे पर्वत वाली